28 सितंबर से खुलेंगे कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल, अभिभावक की मर्जी पर जाएंगे छात्र

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शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने स्कूलों को खोले जाने को लेकर रणनीति बनाई है। मंगलवार को हाई लेवल मीटिंग में 28 सितंबर से कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों का स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है। एक छात्र सप्ताह में दो बार ही स्कूल जाएगा, लेकिन यह सब अभिभावकों की मर्जी पर ही निर्भर होगा। पैरेंट्स चाहेंगे तभी उसका बच्चा स्कूल जाएगा। स्कूल की तरफ से कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा।

बच्चों की सुरक्षा से समझौता नहीं
प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन के आधार पर ही हाईलेवल बैठक की गई है। इसमें निदेशालय के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि 28 सितंबर से कक्षा 9 से 12 तक स्कूलों का संचालन कराया जाएगा। इसके लिए एक प्लान तैयार किया गया है, जिसके मुताबिक स्कूल में बच्चों की कुल संख्या के एक तिहाई छात्रों की ही उपस्थिति होगी। अध्यापकों की उपस्थिति कुल संख्या के 50 प्रतिशत ही होगी।

ऐसे होगी स्कूल की व्यवस्था
शिक्षा विभाग ने ऐसी व्यवस्था बनाई है, जिससे कोरोना संक्रमण से बच्चों को बचाया जा सके। नियम बनाया गया है कि जो बच्चे सोमवार को स्कूल जाएंगे वे दोबारा गुरुवार जाएंगे। इसी तरह मंगलवार को आने वाले बच्चे शुक्रवार को स्कूल जाएंगे। इसी तरह बुधवार को स्कूल जाने वाले बच्चे दोबारा शनिवार को स्कूल जाएंगे। एक बच्चा सप्ताह में दो ही बार स्कूल जाएगा। इस नियम का पूरी तरह से पालन करना होगा। इसके लिए न तो बच्चे और न ही गार्जियन पर कोई दबाव होगा। इस नियम का शत-प्रतिशत पालन करना होगा।

बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं होगा। मनमानी करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई भी हो सकती है। कोविड-19 से बचाव को लेकर अभिभावक को ध्यान देना होगा और स्कूल को भी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखना होगा। अभिभावक चाहेंगे तभी बच्चा स्कूल जाएगा, कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा। किसी भी दशा में कोई मनमानी नहीं होने पाएगी।

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पैरेंट्स चाहेंगे तभी उसका बच्चा स्कूल जाएगा, स्कूल की तरफ से कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा।

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शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने स्कूलों को खोले जाने को लेकर रणनीति बनाई है। मंगलवार को हाई लेवल मीटिंग में 28 सितंबर से कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों का स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है। एक छात्र सप्ताह में दो बार ही स्कूल जाएगा, लेकिन यह सब अभिभावकों की मर्जी पर ही निर्भर होगा। पैरेंट्स चाहेंगे तभी उसका बच्चा स्कूल जाएगा। स्कूल की तरफ से कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा।

बच्चों की सुरक्षा से समझौता नहीं
प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि भारत सरकार की गाइडलाइन के आधार पर ही हाईलेवल बैठक की गई है। इसमें निदेशालय के अधिकारी शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि 28 सितंबर से कक्षा 9 से 12 तक स्कूलों का संचालन कराया जाएगा। इसके लिए एक प्लान तैयार किया गया है, जिसके मुताबिक स्कूल में बच्चों की कुल संख्या के एक तिहाई छात्रों की ही उपस्थिति होगी। अध्यापकों की उपस्थिति कुल संख्या के 50 प्रतिशत ही होगी।

ऐसे होगी स्कूल की व्यवस्था
शिक्षा विभाग ने ऐसी व्यवस्था बनाई है, जिससे कोरोना संक्रमण से बच्चों को बचाया जा सके। नियम बनाया गया है कि जो बच्चे सोमवार को स्कूल जाएंगे वे दोबारा गुरुवार जाएंगे। इसी तरह मंगलवार को आने वाले बच्चे शुक्रवार को स्कूल जाएंगे। इसी तरह बुधवार को स्कूल जाने वाले बच्चे दोबारा शनिवार को स्कूल जाएंगे। एक बच्चा सप्ताह में दो ही बार स्कूल जाएगा। इस नियम का पूरी तरह से पालन करना होगा। इसके लिए न तो बच्चे और न ही गार्जियन पर कोई दबाव होगा। इस नियम का शत-प्रतिशत पालन करना होगा।

बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं होगा। मनमानी करने वाले स्कूलों पर कार्रवाई भी हो सकती है। कोविड-19 से बचाव को लेकर अभिभावक को ध्यान देना होगा और स्कूल को भी सुरक्षा का पूरा ख्याल रखना होगा। अभिभावक चाहेंगे तभी बच्चा स्कूल जाएगा, कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा। किसी भी दशा में कोई मनमानी नहीं होने पाएगी।

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पैरेंट्स चाहेंगे तभी उसका बच्चा स्कूल जाएगा, स्कूल की तरफ से कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा।

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