सिवनी पुलिस अधीक्षक की बड़ी कार्रवाई, केवलारी थाने में पदस्थ एएसआई धुर्वे को किया निलंबित

चोरी के आरोपी को बचाने रिश्वत लेने का ऑडियो हुआ था वायरल

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केवलारी। सिवनी जिले के केवलारी थाने में पदस्थ एएसआई कन्हैयालाल धुर्वे को निलंबित करने की कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव द्वारा की गई है। उक्त एएसआई पर चोरी के प्रकरण में संलिप्त दो अपराधियों में से एक को बचाने की एवज़ में रिश्वत लेने के कबूलनामे वाला ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिस पर संज्ञान लेते हुए सिवनी जिला पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव द्वारा इन्हें निलंबित कर दिया गया है।

क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि सोशल मीडिया में एक ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा था जिसमें दावा किया जा रहा था कि केवलारी थाना में एएसआई के पद पर पदस्थ कन्हैया लाल धुर्वे एवं आलोनीखापा निवासी अजय किरार के आपसी बात चीत का है। आपको बता दें कि उक्त कॉल रिकॉर्डिंग में आलोनीखापा निवासी अजय पिता ईश्वरी प्रसाद किरार द्वारा उसके भाई संजय किरार को मोटर चोरी के झूठे आरोप में फसाने एवं दोषियों को बचाने के लिए कन्हैयालाल धुर्वे पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है। जिस पर एएसआई कन्हैया लाल धुर्वे ने स्वीकार किया है एवं एक लाख़ रूपए रिश्वत लेने की बात कही है। गौरतलब है कि उक्त मामले में खबर प्रकाशन के बाद जिले के संवेदनशील पुलिस अधीक्षक ने  मामले को संज्ञान लेते हुए सम्बंधित एएसआई के विरुद्ध त्वरित निलंबन की कार्यवाही की है।

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चोरी के आरोपी को बचाने रिश्वत लेने का ऑडियो हुआ था वायरल

केवलारी। सिवनी जिले के केवलारी थाने में पदस्थ एएसआई कन्हैयालाल धुर्वे को निलंबित करने की कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव द्वारा की गई है। उक्त एएसआई पर चोरी के प्रकरण में संलिप्त दो अपराधियों में से एक को बचाने की एवज़ में रिश्वत लेने के कबूलनामे वाला ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिस पर संज्ञान लेते हुए सिवनी जिला पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव द्वारा इन्हें निलंबित कर दिया गया है।

क्या है पूरा मामला

आपको बता दें कि सोशल मीडिया में एक ऑडियो तेजी से वायरल हो रहा था जिसमें दावा किया जा रहा था कि केवलारी थाना में एएसआई के पद पर पदस्थ कन्हैया लाल धुर्वे एवं आलोनीखापा निवासी अजय किरार के आपसी बात चीत का है। आपको बता दें कि उक्त कॉल रिकॉर्डिंग में आलोनीखापा निवासी अजय पिता ईश्वरी प्रसाद किरार द्वारा उसके भाई संजय किरार को मोटर चोरी के झूठे आरोप में फसाने एवं दोषियों को बचाने के लिए कन्हैयालाल धुर्वे पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है। जिस पर एएसआई कन्हैया लाल धुर्वे ने स्वीकार किया है एवं एक लाख़ रूपए रिश्वत लेने की बात कही है। गौरतलब है कि उक्त मामले में खबर प्रकाशन के बाद जिले के संवेदनशील पुलिस अधीक्षक ने  मामले को संज्ञान लेते हुए सम्बंधित एएसआई के विरुद्ध त्वरित निलंबन की कार्यवाही की है।

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